भगवा स्वयं सेवक संघ का गठन
सन् 2015 से सुरेश नोरवा के दिमाग में एक बात आई की अकेले ये कार्य नहीं हो सकता तो उन्होनें 16 जून 2015 में एक संगठन का गठन किया गया जिसका नाम भगवा स्वयं सेवक संघ रखा क्योंकि हिन्दू धर्म का प्रतीक भगवा रंग हैं
इसलिए इन्होनें भगवा स्वयं सेवक संघ का गठन कर इसका पंजीकरण करवाया और फिर सुरेश नोरवा ने अपना मिशन का नाम दिया हिन्दू रक्षण गौ संरक्षण
सन् 2015 से 2017 तक भगवा स्वयं सेवक संघ के बेनर तले जगह-जगह हर गांव हर तहसील हर जिला और हर राज्य लेवल पर कार्यकारणी का गठन किया और गांव-गांव जाकर कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक विराट सभाओं को सम्बोन्धित किया और अपने ओजस्वी क्रान्तिकारी आवाज में लोगो को हिन्दू रक्षा और गौ रक्षा के प्रति जागरूक करना शुरू किया
सुरेश नोरवा के उग्र भाषण सुनकर लोग तीव्र गति से जुडने लगे क्योंकि उनका कहना हैं कि सुरेश नोरवा कि ये आवाज नहीं दहाड़ हैं और दहाड़ना शेरो का काम हैं और इनके भाषण सुनने के लिए दूर-दूर के राज्यों से काफी लोग आते हैं और प्रभावित होते हैं।
इसका परिणाम ये आया की आज भगवा स्वयं सेवक संघ में लाखों कार्यकर्ता गौ रक्षा और हिन्दू रक्षा का कार्य जमीन स्तर पर कर रहे है और हर कार्यकर्ता को वो अपने परिवार की तरह व्यवहार करते है उसके बाद उन्होने जहाँ भी भाषण देते हर जगह अपनी मांगे रखते आये है।
हमारी मांगे और उद्देश्यः-
गौ विश्वस्य मातरम् वन्दे गौं मातरम् गाय पूरे विश्व की माता हैं यह हम सब जानते है इस लिए देश में बढ़ रही
गौ हत्या गौ तस्करी को रोकने के लिऐ हमारी पहली मांग हैं:-
1. गौ माता को राष्ट्रीय माता के पद पर सुशोभित किया जायें।
2. देश में बढ रही जनसंख्या को देखते हुए जनसंख्या नियंत्रण का कानून बनाया जायें।
3. हिन्दुस्तान को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जायें।
4. अयोध्या में भव्य श्री राम मन्दिर निर्माण किया जायें।
5. नशा मुक्त समाज का निर्माण करना, गौ सेवा, शिक्षा, चिकित्सा व रोजगार सामाजिक सेवा, कन्या भ्रूण हत्या,
पर्यावरण रक्षा, भ्रष्टाचार को रोकना, गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की सहायता, रक्तदान, असहाय एवं बुजुर्गों की सेवा
करना, दुर्घटनाग्रस्त लाचार बिमार व बेसहारा लोगों की सहायता करना। गौ और गरीब की हर तरीके से मदद करने का बीड़ा उठाया
आज भगवा स्वयं सेवक संघ तीव्र वेग से पूरे हिन्दुस्तान के कोने-कोने में जाकर कार्य कर रहा है और
विशेष तौर पर राजस्थान में एक मिसाल की तरह क्रान्ति लाई हैं। और सुरेश नोरवा का मानना है कि जब भी क्रान्ती आई हैं तो राजस्थान की लाल भूमि से क्रान्ति आई हैं।
और भगवा स्वयं सेवक संघ एक क्रांन्तिकारी वैचारिक संगठन हैं हमारा उद्देश्य किसी भी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं हैं।